मुस्कानदूत में पढ़िए- देखिए धांसू चुटकुले, मज़ेदार सटीक कार्टून और अन्य रोचक सामग्री आप अपने छंटे हुए जोक/लतीफ़े/चुटकुले, कार्टून और गुदगुदाने वाले रोचक प्रसंग ई-मेल द्वारा भेजिए खुद मुस्कराइए, मुस्कान बांटिए और अपना परलोक सुधारिए ई-मेल करें- कार्टूनिस्ट चन्दर
हंसिए क्योंकि यही वह दूसरी सर्वोत्तम चीज है जिसे आप अपने होंठों से सम्पन्न कर सकते हैं।- टूनजोक

कार्टूनेचर फ़ीचर सेवा

Friday, October 29, 2010

बेवकूफ़
























मुंह लगाई


लल्लू- लोग ठीक ही कहते हैं कि बेवकूफ़ों के मुंह नहीं लगना चाहिए।
कल्लू- देखा, मैं इसीलिए आजतक तुम्हारे मुंह नहीं लगा!

Cartoon © T.C. Chander 2010
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Saturday, October 9, 2010

मदद


उधार
एक अज़नबी को सामने देख राम लाल चौंक गये। वह बोला-आपको शायद याद होगा कि आपने कई साल पहले मुझे 500 रुपये देकर मेरी काफ़ी मदद की थी।
‘याद आया! आज क्या आप वे 500 रुपये लौटाने आये हैं?’ राम लाल उत्साहित होकर बोले।
‘ऐसी कोई बात नहीं, मैं इधर से गुज़र रहा था तो मैंने सोचा कि लगे हाथ 500 रुपये और ले लूं...।
चित्र: चन्दर

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