जो चाहे सजा दे दो, कैसी भी कसम ले लो, मैं आज अपने ज़ुर्म का इकरार करता हूं... |
'यह हाथ मटकाना और मुंह बिचकाना बंद करो... अभी तो मैंने दांत निकालना शुरू भी नहीं किया है!' डाक्टर ने कहा।
मरीज बोला- दांत की ऐसी की तैसी, आप मेरे पैर पर खड़े हैं!
चित्र: चन्दर
Cartoon © T.C. Chander
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